शहर में वायु गुणवत्ता के सुधार के लिए चल रहे क्लीन एयर कैटलिस्ट प्रोग्राम और क्लीन एयर एंड बेटर हेल्थ की ओर से क्षेत्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण प्रशिक्षण केंद्र में 11 नवंबर को इंदौर की 40 चयनित आशा कार्यकर्ताओं को “वायु गुणवत्ता एवं स्वास्थ्य पर प्रभाव” विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
प्रशिक्षण के दौरान आशा कार्यकर्ताओं को बताया गया कि लोक स्वास्थ्य के समक्ष वायु प्रदूषण बहुत बड़ी चुनौती है. ग्लोबल बर्डन ऑफ डिसीज स्टडी के मुताबिक इसकी वजह से वर्ष 2019 में भारत में 16 लाख और मध्य प्रदेश में करीब 1.12 लाख लोगों की मृत्यु हुई। उन्हें वायु प्रदूषण के स्रोतों, जोखिम और बचने के उपायों को लेकर प्रशिक्षित किया गया।
प्रशिक्षण के दौरान महिलाओं पर वायु प्रदूषण के बुरे असर का जिक्र करते हुए आशा कार्यकर्ताओं को वायु प्रदूषण कम करने के समाधानों के तहत महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित वाले कार्यक्रम सीएसी क्लीन एयर चैंपियन प्रोग्राम की भी जानकारी दी गई।
क्लीन एयर कैटलिस्ट कंसोर्शियम की एन्वायर्नमेंटल हेल्थ एक्स्पर्ट सुमी मेहता ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य स्पष्ट करते हुए कहा कि लोक स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता बेहद आवश्यक है। वायु गुणवता और स्वास्थ्य को लेकर चल रहे प्रयासों में आशा कार्यकर्ताओं की भागीदारी बेहद उपयोगी साबित होगी।
इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी. एस. सेतिया ने कोरोना काल और वैक्सीनेशन अभियान में आशा कार्यकर्ताओं के अथक प्रयासों की प्रशंसा की. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि स्वच्छता में नंबर वन इंदौर शहर को वायु गुणवत्ता और स्वास्थ्य में नंबर वन बनाने में भी वे अपना पूरा योगदान देगी।
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