शहर में वायु गुणवत्ता सुधारने के लिए चल रहे क्लीन एयर कैटलिस्ट के अंतर्गत 12 नवंबर को ब्रिलियंट सेंटर में चिकित्सा पेशेवरी, स्वास्थ्य कर्मियों, सरकारी हेल्थ ऑफिसरों और हेल्थ रिसर्चर्स के लिए एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसका विषय था बेहतर स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए स्वच्छ वायु संबंधी समाधान”
कार्यशाला में सीएसी विशेषज्ञ डॉ. विजेंद्र इंगोले ने बताया कि इंदौर में यातायात, उद्योगों और विभिन्न प्रकार का कचरा जलाना प्रदूषण के तीन बहुत बड़े कारण है। इनसे होने वाले प्रदूषण को न्यूनतम करने की जरूरत है। बच्चे गर्भवती महिलाएं बुजुर्ग और पहले से हृदय और फेफड़ों की बीमारियों वाले लोग वायु प्रदूषण के बुरे असर को लेकर सबसे ज्यादा जोखिम में रहते हैं।
क्लीन एयर केटलिस्ट कसोर्शियम की एन्वायर्नमेंटल हेल्थ एक्सपर्ट सुभी मेहता ने लोगों के वायु प्रदूषण के संपर्क में आने की प्रक्रिया और प्रभावों पर प्रकाश डाला। उन्होंने स्वास्थ्य पेशेवरों को बताया कि चिकित्सकीय प्रयासों से किस प्रकार वायु प्रदूषण का सामना करने से पेशेंट को रोका जा सकता है और कैसे स्वास्थ्य पर पड़ने वाले बुरे असर को कम कर सकते हैं।
कार्यशाला में भाग लेते हुए इंदौर नगर निगम के अधीक्षण यंत्री महेश शर्मा और इन्दौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी. एस. सेलिया ने सीएसी विशेष को आश्वासन दिया कि उनके विभाग सहयोग बढ़ाएंगे क्योंकि वे इंदौर की वायु गुणवता में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है।
क्लीन एयर केटलिस्ट प्रोजेक्ट के भारत प्रमुख कौशिक हजारिका ने इंदौर में वायु गुणवत्ता सुधार के लिए चल रही सीएसी की विभिन्न गतिविधियों का ब्योरा दिया। अजरा खान ने बताया कि वायु प्रदूषण का महिलाओं के स्वास्थ्य पर बुरा असर होता है और इसके शारिरिक स्थितियों के अलाव सामाजिक-आर्थिक कारण भी है। सीएसी की और से प्रतिभागियों को स्वागत सौरभ पोरवाल और मेधा नामदेव ने किया।
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